प्यारा भारत देश महान ||
हुई जहां अपनी पहचान ,
पले बढ़े हैं इसी जमी पर ,
सफल बनेंगे एक इंसान |
प्यारा भारत देश महान ||
दिया पेय भोजन भी हमको ,
सफल बनूँ उन सभी गुणों का ,
होगा और अभी उत्थान |
प्यारा भारत देश महान ||
सर्दी गर्मी वर्षा सावन ,
ऋतुवें दी कितनी मनभावन ,
झांक रहा बदली में भान |
प्यारा भारत देश महान ||
पर्वत समतल और पठार ,
नदियों का भी है परिवार ,
वैभव भरे खेत कहलिहान |
प्यारा भारत देश महान ||
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स्वीकृति 24 घंटों के बाद