बचो कोरोना से सभी, इसका नही इलाज ।
वरना सब कुछ खोवगे, इस धरती का आज ।।
स्वर्ग मिलेगा नर्क या, यह ना जाने कोइ ।
सोई जिनकी आत्मा, ना रोये से होइ ।।
बाहर का कुछ लो नही, घर में भी हो दूर ।
साफ-सफाई भी रखो, हाथ धोव भरपूर ।।
दिनचर्या नियमित रखो, सोवो भी तुम खूब ।
योग व प्राणायाम भी, खुद में जाओ डूब ।
अल्पाहारी भी बनों, रखो व्याधियां दूर ।
घूंट-घूंट पानी पियो, यूँ मानो तुम शूर ।।
करन बहादुर (ग्रेटर नोयडा, दादरी)
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स्वीकृति 24 घंटों के बाद