कविता सुनें

प्राण वायु

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को समर्पित



प्राण वायु के बिना नहीं तो,
प्राण वायु से भी केवल ,
यह जीवन जी सकते हो |

जीवन कैसे जीना तुमको
वह भाषा तुम आकर मुझसे
सुद्ध विषय पढ़ सकते हो 

दृढ होगा विश्वास अजर
अमर तुम्ही कहलाओगे
नहीं पुरातन रहता कुछ भी
नूतन छवि रच सकते हो

No comments:

Post a Comment

स्वीकृति 24 घंटों के बाद