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समसामयिक मुक्तक NRC वा CAB





जो दल्ले हैं जूते मारो खाल उतारो सालो की ।
NRC वा CAB ला रक्षा कर लो भारत वालो की ।।

देशद्रोहियों को कूटो खूब उनकी मंशा चूर करो ।
करो हौंसले पस्त सभी के हे सत्ता तुम रौद्र भरो ।।

टुच्चे और भिखारी है जो खाते केवल सरकारी ।
वही आज आंदोलन पर हैं फूंक रहे सब सरकारी ।।


मुफ्त बांटना बंद करो सब दल्ला दिल्ली बांट रहा।
नही बाप का उसके कुछ भी सब सरकारी खांस रहा ।।

नही धर्म है नही जाति है इन दंगाई लोगों की ।
पहचान करो यह दुश्मन हैं सब इनको मारो मोदी जी ।।

धर्मक्षेत्र का रण यह समझो इससे कोई हानि नही।
यही सत्य का अर्जुन है बस कहीं सत्य की बात नही ।।

करन बहादुर ( ग्रेटर नोएडा )


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